शेफाली वर्मा की जीवन परिचय | Shafali Verma Biography in Hindi

Shafali Verma Biography in Hindi | शेफाली वर्मा की जीवन परिचय 

शेफाली वर्मा की जीवन परिचय | Shafali Verma Biography in Hindi

शेफाली वर्मा अंतर्राष्ट्रीय महिला क्रिकेट में सबसे कम महज 15 साल की उम्र में डेब्यू किया। शेफाली वर्मा ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी-20 मैच में अर्धशतक जड़ने वाली भारत की सबसे युवा खिलाडी बन गई और उन्होंने दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। शेफाली वर्मा ने यह उपलब्धि 15 साल 285 दिन की उम्र में हासिल की। इस तरह शेफाली वर्मा ने दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ा। सचिन तेंदुलकर ने अपना पहला टेस्ट अर्धशतक 16 साल 214 दिन की उम्र में बनाया था। तो इस लेख के माध्यम से शेफाली वर्मा के जीवन परिचय के बारे जानेंगे। 

जीवन परिचय 

वास्तविक नाम  शेफाली वर्मा  
उपनाम  शेफाली वर्मा 
व्यवासय  भारतीय महिला क्रिकेटर                                                             
जन्मदिन  28 जनवरी 2004  
आयु(2019 के अनुसार) 16 वर्ष  
जन्मस्थान  रोहतक, हरियाणा  
राशि  कुम्भ राशि  
पता  रोहतक, हरियाणा  
शौक  ज्ञात नहीं  
धर्म  हिन्दू  
राष्ट्रीयता  भारतीय  

शारीरिक माप-तौल 

लम्बाई                     5 फुट 4 इंच                                                                         
भार/वजन (लगभग) ज्ञात नहीं  
बालों का रंग  काला 
आखों का रंग  काला 

परिवार 

पिता का नाम              संजीव वर्मा                                                                           
माता का नाम  प्रवीण बाला  
भाई का नाम  साहिल वर्मा  
बहन का नाम  नैंसी वर्मा  
वैवाहिक स्थिति  अविवाहित  
बॉयफ्रेंड ज्ञात नहीं  

शेफाली वर्मा की जीवन परिचय | Shafali Verma Biography in Hindi

क्रिकेट से जुड़ी बातें 

बल्लेबाजी शैली   दाहिने हाथ से बल्लेबाजी            
गेंदबाजी शैली  दाहिने हाथ से गेंदबाजी  
जर्सी न०  #17 भारत  
कोच का नाम  अश्वनी कुमार  
डोमेस्टिक/स्टेट टीम  हरियाणा  
मैदान में प्रकृति  शांत  
किस टीम के साथ खेलना  
पसंद करते हैं  
ज्ञात नहीं  
पसंदीदा शॉट  स्ट्रेट ड्राइव, स्टेप आउट एंड हिट  
वनडे डेब्यू  अभी नहीं खेला  
टेस्ट डेब्यू  अभी नहीं खेला  
टी-20 डेब्यू  24 सितम्बर 2019 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ                              

शेफाली वर्मा की शिक्षा 

स्कूल                            मनदीप सीनियर सेकेंडरी स्कूल, रोहतक, हरियाणा (शेफाली इस साल 10वीं की परीक्षा देंगी) 
विश्वविद्यालय   
शैक्षिक योग्यता  जारी है  

शेफाली वर्मा की पसंदीदा चीजें 

पसंदीदा क्रिकेटर  सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी                                                    
पसंदीदा महिला क्रिकेटर  मिताली राज, हरमनप्रीत कौर   
पसंदीदा खेल  क्रिकेट  
पसंदीदा अभिनेता  ज्ञात नहीं  
पसंदीदा अभिनेत्री  ज्ञात नहीं  

शेफाली वर्मा के मुख्य रिकार्ड्स  

  • शेफाली वर्मा ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी-20 मैच में 49 गेंदों में 73 रन बनाकर सचिन तेंदुलकर का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। 
  • शेफाली वर्मा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अर्धशतक जड़ने वाली भारत की सबसे युवा खिलाड़ी बनी। 
  • शेफाली वर्मा 19 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेल चुकी हैं, इन 19 मैचों में शेफाली वर्मा ने 487 रन बनाए। 
  • शेफाली वर्मा का स्ट्राइक रेट 146.24 है। 
  • शेफाली वर्मा ने अब तक दो अर्धशतक लगायी हैं। 
  • शेफाली वर्मा अब तक 58 चौक्के, 21 छक्के मार चुकी हैं। 
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शेफाली वर्मा से जुड़ी रोचक जानकारियाँ 

  • शेफाली वर्मा ने 10 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरु किया। 
  • शेफाली वर्मा के पिता संजीव वर्मा रोहतक में आभूषणों की छोटी सी दुकान चलाते हैं। 
  • 8 मई को टी-ट्वेंटी चैलेंज में टीम वैलोसिटी की तरफ से खेलते हुए शैफाली जब पहली बार टीवी पर आईं
  • आईपीएल की तर्ज पर आयोजित हुए वुमंस टी- ट्वेंटी चैलेंज के अपने पहले ही मैच में शैफाली ने 34 रन बनाए थे।
  • 24 सितंबर 2019 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने टी-ट्वेंटी इंटरनेशनल में डेब्यू किया। दूसरे टी-ट्वेंटी में शैफाली के 46 रनों की बदौलत भारत ने 51 रनों से दक्षिण अफ्रीका को हराया था।
  • शैफाली घरेलू क्रिकेट में भी 1923 रन बना चुकी हैं। 
  • सचिन तेंदुलकर से मिली खेलने की प्रेरणा2014 में अपने आखिरी रणजी मैच में सचिन, बंसीलाल चौधरी क्रिकेट स्टेडियम लाहली में खेल रहे थे। 10  साल की शैफाली अपने पिता के साथ क्रिकेट मैच देखने के लिए गई हुई थीं। शेफाली वर्मा  लाहली के मैदान पर अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर की झलक पाने के लिए दर्शकों के बीच शामिल थी और इस लम्हे ने ही तब उस 10 साल की लड़की को इस खेल से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। शेफाली वर्मा ने बताया कि जितने लोग सचिन सर को अंदर देखने के लिए खड़े थे उतने ही बाहर थे. तभी मैंने महसूस किया कि भारत में क्रिकेटर बनना कितनी बड़ी बात है विशेषकर तब जब आप सचिन सर जैसे पूजनीय हों. मैं उस दिन को कभी नहीं भूल सकती. मेरी क्रिकेट यात्रा की शुरुआत वहीं से हुई। 
  • रोहतक में उस वक्त लड़कियों के लिए कोई भी अच्छी क्रिकेट अकेडमी नहीं थी। लड़कों की क्रिकेट अकेडमी ने उन्हें एडमिशन देने से मना कर दिया था। मजबूरी में उनके पिता ने शैफाली को लड़का बनाकर एकेडमी में प्रवेश दिलाया।
  • मिताली राज के संन्यास के बाद मिला मौकादक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए भारत की महिला टी-20 टीम में शामिल की गईं 15 साल की शेफाली वर्मा ने कहा था कि जब उन्होंने पहली बार बल्ला पकड़ा था, तभी से वह राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना चाहती थीं। शेफाली को अनुभवी खिलाड़ी मिताली राज के टी-20 में संन्यास लेने के बाद से टीम में मौका मिला है। 
  • पिता का सपना पूरा कर रहीं शेफाली   शेफाली वर्मा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि जब उन्होंने खेलना शुरू किया था तो एक लड़की होने के नाते लोगों ने काफी कुछ कहा था, क्योंकि भारत में खेल आमतौर पर लड़के खेलते हैं। शेफाली ने कहा, "मैंने जब खेलना शुरू किया था तब मेरे पिता से लोग कुछ न कुछ बोलते थे। मेरे पिता ने हालांकि उनकी बातें सुनी नहीं और मुझे खेलने दिया।" उन्होंने कहा, "मेरे पिता ने शुरुआत में मुझे ट्रेनिंग दी। यह मेरा और मेरे पिता दोनों का सपना था कि मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए खेलूं।" रोहतक की रहने वाली शेफाली ने आयु सूमह में और महिला टी-20 चैलेंज में अच्छा खेलने का लाभ मिला है। शेफाली ने अपने घरेलू राज्य हरियाणा के लिए तीन सीजन खेले हैं और इसी दौरान वह अपनी सलामी बल्लेबाजी से लोगों की नजर में आईं। 

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